किशोरी जू इतना तो कीजै
लाडली इतनी कृपा कीजै
रसीली नेक दया कीजै
निज हिय ते लपटाय लाल जू
प्रेम सुधा दीजै
लाडली इतनी कृपा कीजै
चाहत प्रतिपल दरस तिहारो
तरपत हैं दिन रैन
निरखन चाहत रूप माधुरी
करनो चाहत बैन
रूप सुधा पिवाओ लाडली
खूब लुटाओ प्रेम
लाल कू अंग लगा लीजै
रसीली वा को उर में समा लीजै
किशोरी जू इतनी कृपा कीजै
प्यारी जू नेक दया कीजै
उर लपटाय प्यारे लाल जू
प्रेम सुधा छीजै
नवल रसीली छैल छबीली
पिय मन कू सरसाओ
नेक दृगन की कोर ते प्यारी
नेक दृगन की कोर ते प्यारी
हिय मोद उपजाओ
छबीली या कू नैनन भरि लीजै
रसीली या कू अंकमाल दीजै
किशोरी मो पे इतनी कृपा कीजै
हे प्यारी मोरी विनय मान लीजै
सजीली मो पे नेक दया कीजै
हिय लपटाय प्यारे लाल जू
आनन्द रस पीजै
किशोरी मोरी विनय मान लीजै
श्रीराधे मोरी विनय मान लीजै ।।
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