प्रतिध्वनि भजन उसी का सच्चा है जो प्रियतम के भजन को समझ सके । पुकार लगाने की नहीं सुनने की लालसा हो सके बस ॥ माधुर्य व्यसन-आसक्ति और प्रेम हो तब यह प्रीति (माधुर्य) रहस्य हृदय...
चाकर राखो जी ************ श्री बाईसा जू का अति ही सुंदर पद है "स्याम मोहे चाकर राखो जी " ॥ बडी ही सुंदर हृदय भावना बडी ही प्यारी अभिलाषा कह रही हैं बाईसा जू या पद में अपने प्रियतम श्याम सो ...
पुकार पुकारा कब जाता है जब हमारा प्रिय खो जाता है तब उसे वापस पाने को पुकारा जाता है ॥ तो खोया कौन है और कौन पुकार रहा है ॥ खो हम गये हैं और पुकार हमारे प्रियतम रहे हैं ॥ हां वही...
प्रेम ! तृषा की प्रौढ़ता में तृष्णा प्रेम एक तृषा है तत्सुख की प्रियतम के सुख की निज प्रेम पात्र के सुख की । यही सरल शब्दों में प्रेम का अर्थ है ॥ तत्सुख का आधार प्रेमपात्र से अ...
मोरी प्यारी ... सम्पूर्ण निशारागिनी प्यारे श्यामसुन्दर श्री प्रिया के नेत्रों में खोये हैं ना जाने कितना समय बीत गया है ॥ हृदय न जाने क्या क्या कह रहा है उनका ॥कितना सुंदर भ...
निभृत निकुंज , निकुंज कोई रतिकेलि के निमित्त एकांतिक परम एकांतिक गुप्त स्थान भर ही नहीं , वरन श्रीयुगल की प्रेममयी अभिन्न स्थितियों के दिव्य भाव नाम हैं । प्रियतम श्यामसु...